जुनिनी लड़किया
शीर्षक जुनूनी लड़की
स्कूल के बाद "प्राचार्य" उनके घर आए और अपनी बात सभी के सामने रखी पर उनके घरवाले एक ही बात पर अड़े थे वे मान ही नहीं रहे थे।
तब "प्राचार्य" ने कहा की मैंने इन सभी लड़कियों के अंदर एक आग देखी है एक जुनून देखा है इन्हें बाहर जाने की अनुमति दीजिए यह बहुत तरक्की करेगी ।
बाहर जाकर यह खेलो में अच्छा प्रदर्शन करके आपका और हमारे स्कूल का नाम रोशन करेगी और आपको अपने बेटी पर गर्व भी होगा
कृपया करके मेरी बात मानिए इन्हे अनुमति दीजिए।
"उनके घर वाले ने अनुमति दी और अगले दिन बाहर शहर में चले गए और वहा पर हर जगह से बच्चे आ रहे थे जिनका मकसद अपने खेल के प्रति अपने कला के प्रति अच्छा प्रदर्शन करके दिखाना था"।
और इन लड़कियों ने वैसा ही किया जैसे इनसे उम्मीद की जा रही थी और उन्होंने अपने प्रदर्शन से खेलो को खेला ,अपनी कला का प्रदर्शन किया और ईनाम जीतकर अपने गाओ वापिस आए।
"जब वे गांव वापिस आए तब उनका स्वागत भी हुआ और उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए स्कूल के तरफ से भी अवार्ड मिला "।
उन लड़कियों ने साबित कर दिया की लड़किया को यदि मंजूरी मिल जाए तो वह वो कर सकती हैं जैसी उम्मीद हम उनसे करते है।
हम लोगो को लड़कियों की काबिलियत पर उनके जुनून में विश्वास करना चाहिए और उन्हें यह भी बताना चाहिए कि तुम कोशिश करते रहो सफलता जरूर मिलेगी ही।
"फिर उस गांव में सभी परिवार की मानसिकता बदल गई
हर घर की लड़किया वो कुछ करी जो वह करना चाहती थी और अपनी मेहनत से अपनी सफलता को प्राप्त करी "।
कुछ लड़कियां डॉक्टर,नर्स,पुलिस,धावक,ट्रेनर ,शिक्षक आदि बन गई और कुछ लड़कियां अपने सफलता के लिए प्रयास कर रहे हैं।
हम लोगो को यह नही जताना है की तुम लड़किया हो तुम कुछ नही कर सकती, तुम घर के काम ही देखो ,तुम क्या करोगी ज्यादा पढ़के,
तुम लड़को की बराबरी क्यों करोगी इत्यादि तरह तरह की मानसिकता को नही करना चाहिए।
"हमको उनकी काबिलियत पहचानना चाहिए,उनका हौसला बढ़ाना चाहिए,उनका आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए और उनके जुनून को देखना चाहिए और कहना चाहिए की इस देश के लड़के कर सकते हैं तो देश की लड़किया भी कर सकती है"।
"उठो और मेहनत करके आगे बड़ो अपने सपनो को पूरा करो"।
यदि आप लोगो के घर में लड़किया है और आपकी भी मानसिकता इसी गांव के परिवार की तरह थी तो आप भी अपनी मानसिकता को बदलिए और अपने घर की लड़किया को अच्छा पढ़ाकर उसे इस काबिल बना दीजिए की वह जहा कही भी रहे वह अपने अकेले दम पर खुद को संभाल सकती हैं।
इस कहानी की यह लड़किया आज अपनी मेहनत से बड़े मुकाम पर पहुंच गई है।
"मीना की दौड़ अच्छी थी तो वह एक तेज धावक बन गई और अपने बाकी के लोगो को ट्रेनिंग भी देती हैं, रानी को चित्रकारी रंगोली करने का बहुत शौक था तो वह एक अच्छी ड्राइंग टीचर बन गई और तरह तरह की ड्राइंग करके उन्हे बेचकर अपना घर चलाती है,राधा को गीत का शौक था वह अच्छी सिंगर बन गई और अपनी आवाज से सभी का दिल जीत लेती है,मधु को नृत्य का शौक था तो वह एक अच्छी डांसर बन गई है और बाकी सभी को डांस भी सिखाती हैं,रेणुका को स्पीच देने का शौक था तो वह अपनी बातो से देश के युवाओं को आगे बढ़ाती हैं,अपने विचारो से सोई हुई जनता को जगाती है "।
जब यह सभी लड़कियां इतना कुछ कर सकती है तो आप लोगो के घर की लड़किया भी कर सकती है तो आपके मन में ऐसी मानसिकता हो तो उन्हें निकालिए और अपनी लड़कियों के अंदर के जुनून को देखिए और उन्हे उसी फील्ड में आगे बढ़ने दीजिए।
कब तक हम अपने बेटो पर नाज करेंगे, कब तक हम अपने बेटो पर गर्व करेंगे अरे अब मानसिकता बदलने का समय आ गया है,
अपने घर की लड़किया को पढ़ाने का , आगे बढ़ाने का समय आ गया है।
तोड़ दो यह जंजीरों को, तोड़ दो उन नियमो को जो तुम चलाते आ रहे हो,उठो क्योंकि अब बदलाव का समय आ गया है ,अपनी बेटियो को अपनी लड़कियों को आगे बढ़ाने का समय आ गया है।
Priyanshu choudhary
#प्रतियोगिता हेतु।
Shnaya
07-Feb-2024 07:46 PM
Nice
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Mohammed urooj khan
06-Feb-2024 12:34 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Milind salve
05-Feb-2024 02:33 PM
Nice
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